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प्रधानमंत्री राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप मेला का आयोजन 10 अक्टूबर, 2022 को पूरे देश में 280 स्थानों पर किया जाएगा

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मेले में शामिल होने और युवाओं को अप्रेंटिसशिप का अवसर प्रदान करने के लिए कई स्थानीय व्यवसायों को आमंत्रित किया गया है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्किल इंडिया मिशन के एक भाग के रूप में, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) करियर के अवसरों और व्यावहारिक प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए 10 अक्टूबर, 2022 को 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 280 स्थानों पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप मेला (पीएमएनएएम) आयोजित किया जा रहा है।

स्थानीय युवाओं को अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण के माध्यम से उनके करियर को बेहतर स्वरुप प्रदान करने के लिए, कई स्थानीय व्यवसायों को मेले में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसमें शामिल होने वाली कंपनियों को एक ही मंच पर संभावित प्रशिक्षुओं से मिलने और आवेदकों का तुरंत चयन करने का अवसर प्राप्त होगा। देश के युवाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक माह के दूसरे सोमवार को अप्रेंटिसशिप मेलों का आयोजन किया जाता है। कार्यक्रमों के पूरा होने के बाद, प्रशिक्षण देने वाली कंपनी प्रशिक्षु को अपने यहां एक कर्मचारी के रूप में भी नियुक्त कर सकती है।

कोई भी व्यक्ति https://www.apprenticeshipindia.gov.in/ पर जाकर मेले के लिए पंजीकरण करा सकता है और निकटतम मेले के स्थान का पता लगा सकता है। आवेदन करने वाले छात्रों के पास 5वीं -12वीं कक्षा उत्तीर्ण होने का प्रमाण पत्र, एक कौशल प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, एक आईटीआई डिप्लोमा या स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। जिन लोगों ने अपना नामांकन पहले ही करा लिया है, उनसे अनुरोध किया गया है कि वे सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचें।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप मेला पर अपने विचारों को प्रकट करते हुए, श्री अतुल कुमार तिवारी, सचिव, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने कहा कि अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण ‘कमाई करके सीखने’ और ‘काम करके सीखने’ की सुविधा प्रदान करता है, औपचारिक शिक्षा को व्यावहारिक अनुभवों के साथ जोड़ता है तथा उद्योगों और प्रशिक्षण संस्थानों के बीच संबंधों में सुधार लाता है। इसके अलावा, अप्रेंटिसशिप मेलों द्वारा पूरे देश में प्रशिक्षुओं की संख्या बढ़ाने और उनके सफल क्रियान्वयन पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। उन्होंने यह भी कहा कि अप्रेंटिसशिप अधिनियम 1961 को अपग्रेड करने से न केवल यह सुनिश्चित किया गया कि यह कार्यक्रम प्रतिभाशाली व्यक्तियों को अतिरिक्त नौकरी का अवसर प्रदान करता है, बल्कि कार्यबल में शामिल होने वाले युवाओं के लिए स्कूल से कार्य जीवन में प्रवेश करने के लिए एक सुचारू अवस्थांतर भी है।

देश में प्रत्येक माह अप्रेंटिसशिप मेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें चयनित व्यक्तियों को नया कौशल प्राप्त करने के लिए सरकारी मानदंडों के अनुसार मासिक वृत्तिका भी दी जाएगी। अप्रेंटिसशिप को कौशल विकास का सबसे चिरस्थायी मॉडल माना जाता है और स्किल इंडिया मिशन के अंतर्गत इसे बहुत बढ़ावा मिल रहा है। अब तक 22 लाख से ज्यादा प्रभावशाली प्रशिक्षुओं को नियुक्ति प्रदान की गई है।

सरकार अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण के माध्यम से प्रति वर्ष 10 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने की कोशिश कर रही है और इस अभियान को पूरा करने के लिए, पीएमएनएएम का उपयोग संस्थानों और छात्रों की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में किया जा रहा है। इसके माध्यम से युवाओं के बीच इसमें शामिल होने वाली कंपनियों में मौजूद अवसरों के बारे में जागरूकता और जानकारी प्रदान की जाती है।