सूर्य ने कहा- ट्रॉफी तो नहीं मिली, लेकिन मेरी असली जीत मेरी टीम है!

दुबई
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि कोई टूर्नामेंट जीतने के बाद किसी चैम्पियन टीम को ट्रॉफी नहीं दिया जाना उन्होंने पहले कभी नहीं देखा लेकिन यह भी कहा कि उनकी असली ट्रॉफी उनके 14 ‘अनमोल’ साथी खिलाड़ी हैं। पाकिस्तान को दो सप्ताह के भीतर तीसरी बार हराने के साथ भारत ने एशिया कप जीता। सूर्यकुमार और उनकी टीम ने एशियाई क्रिकेट परिषद और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष और पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। नकवी अपने भारत विरोधी रवैये के लिये जाने जाते हैं। भारतीय टीम ने नकवी से ट्रॉफी नहीं ली और नकवी मंच से उतरकर ट्रॉफी अपने साथ ले गए।
सूर्यकुमार ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘जब से मैने क्रिकेट खेलना या देखना शुरू किया है, मैने ऐसा पहले कभी नहीं देखा कि विजयी टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई हो। और वह भी इतनी मेहनत से जीती गई ट्रॉफी। ऐसा नहीं है कि हमने आसानी से जीत ली। हमने काफी मेहनत से यह टूर्नामेंट जीता था।’’ उन्होंने मुस्कुराहट के पीछे अपनी मायूसी छिपाते हुए कहा, ‘‘हम चार सितंबर से यहाँ थे, आज हमने एक मैच खेला। दो दिनों में लगातार दो अच्छे मैच। मुझे लगता है कि हम इसके हकदार थे। और मैं इससे ज़्यादा कुछ नहीं कह सकता। मुझे लगता है कि मैंने अपनी बात बहुत अच्छी तरह कह दी है।’’
इसके बाद उन्होंने अपनी टीम को बहुत सुंदर संदेश दिया जिसमें अभिषेक शर्मा भी शामिल हैं जो उनके साथ बैठे थे। सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘अगर आप मुझे ट्रॉफियों के बारे में बतायें तो मेरी ट्रॉफियां मेरे ड्रेसिंग रूम में हैं। मेरे साथ सभी 14 खिलाड़ी। पूरा सहयोगी स्टाफ। यही असली ट्रॉफियां हैं। ये असली पल हैं जिन्हें मैं प्यारी यादों के रूप में अपने साथ ले जा रहा हूँ जो आगे भी हमेशा मेरे साथ रहेंगी। और बस इतना ही।’’
सूर्यकुमार ने बाद में एक्स पर लिखा, ‘‘मैच पूरा होने के बाद सिर्फ चैम्पियंस को याद रखा जाता है, ट्रॉफी की तस्वीर को नहीं।’’ उन्हें टी20 कप्तान नियुक्त हुए लगभग 14 महीने हो गए हैं और यह निश्चित रूप से उनके लिए सबसे बड़ा टूर्नामेंट था, हालाँकि उनका अपना बल्ला इस दौरान खामोश रहा। निराशा का भाव बना रहता है, लेकिन जब वे ‘भारत, एशिया कप, 2025 चैंपियन’ देखते हैं, तो वह गायब हो जाता है।
सूर्यकुमार ने उस समय भी अपना संयम बनाए रखा जब एक पाकिस्तानी पत्रकार ने उन पर पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से हाथ मिलाने से इनकार और फाइनल से पहले पारंपरिक फोटोशूट में शामिल नहीं होकर क्रिकेट के मैदान पर तुच्छ राजनीति करने का आरोप लगाया। जब भारतीय मीडिया मैनेजर ने उस पत्रकार को रोकना चाहा तो सूर्यकुमार ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘आप नाराज हो रहे हैं, है ना। इतने नाराज क्यो हैं। आपने एक सवाल में चार सवाल पूछ लिये।’’
एक अन्य पाकिस्तानी पत्रकार ने पूछा कि क्या उन्हें पता है कि बीसीसीआई ने एसीसी को ईमेल भेजा कि टीम नकवी से ट्रॉफी नहीं लेगी। सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि आप किस ईमेल की बात कर रहे हैं। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। हमने मैदान पर यह फैसला लिया और किसी ने हमसे ऐसा करने के लिये नहीं कहा था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और हम इंतजार कर रहे हैं। आप टूर्नामेंट जीतते हैं तो ट्रॉफी के हकदार तो हैं। आप ही बताइये।’’ इस पर पाकिस्तानी पत्रकार ने हामी में सिर हिलाया।
भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। भारत ने टूर्नामेंट में पाकिस्तान से तीन मैच खेले और तीनों जीते। एआई के माध्यम से सूर्य और तिलक द्वारा एशिया कप थामने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है और जब कप्तान से पूछा गया कि ट्रॉफी के बिना जश्न कैसा रहा, तो उन्होंने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘‘आपने ट्रॉफी नहीं देखी। मैं इसे लाया। टीम पोडियम पर बैठी थी। अभिषेक और शुभमन ने ट्रॉफी के साथ फोटो भी पोस्ट की है जो बहुत अच्छी लग रही है।’’
एक पत्रकार ने उनसे उस घटनाक्रम के बारे में पूछा जब टीम ने पाकिस्तान के गृहमंत्री से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘रिंकू सिंह ने चौका लगाया। भारत ने एशिया कप जीता। इसके बाद हम बाहर आये और जश्न मना रहे थे। हर खिलाड़ी की उपलब्धि की तारीफ कर रहे थे। तिलक, कुलदीप और भाई (अभिषेक) को कार मिली। हमने उसका भी जश्न मनाया। और आपको क्या चाहिये। यही घटनाक्रम था जो हम हासिल करना चाहते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने चैम्पियंस का बोर्ड आते और जाते देखा। यह होता रहता है। यह जिंदगी का हिस्सा है।’’
What's Your Reaction?






