भोपाल मेट्रो का इंतजार बढ़ा: NOC में देरी से अब नए साल में ही पटरी पर दौड़ेगी ‘मेट्रो’
भोपाल
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में अभी मेट्रो ट्रेन के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। मेट्रो अफसरों को सीएम डॉ मोहन यादव ने अक्टूबर तक का समय दिया था, लेकिन अक्टूबर बीत गया और अब नवबंर आ चुका है। 2023 सितंबर से मेट्रो में सवारी का सपना दिखाया जा रहा, लेकिन हर बार किन्हीं कारणों से इसे बढ़ा दिया जाता है। अब सीएमआरएस निरीक्षण और उनकी एनओसी के बाद कमर्शियल रन की बात कही जा रही है, लेकिन एनओसी अब तक नहीं मिल पाई है।
लगातार बढ़ती समय सीमा से एक्सपर्ट कहने लगे हैं कि नवंबर के सपने भी न दिखाएं, बचे हुए काम पूरे कर नए साल में ही संचालन करें।
स्थिति को ऐसे समझें
शिवराजसिंह चौहान सरकार ने सितंबर 2023 की समय सीमा तय की थी। सितंबर 2023 में ट्रायल रन हुआ और अप्रैल-मई 2024 में ट्रेन चलाने की बात कही।
अप्रैल-मई 2024 में अधूरा काम बताकर दिसंबर 2024 तक के लिए बढ़ा दिया गया।
2024 भी इंतजार में निकल गया। अगस्त 2025 के बाद अक्टूबर 2025 के लिए समय बढ़ा दिया गया।
अक्टूबर 2025 बीत गया, अब सीएमआरएस की मंजूरी के बाद मेट्रो चलाने की तारीख तय कराने की बात कही जा रही है।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्टेशनों पर खाली जगहों का बेहतर इस्तेमाल करें। इनका उपयोग यात्री सुविधाओं, पेड़-पौधों की हरियाली, दुकानों और जनसुविधाओं के लिए किया जाए। साथ ही, लिफ्ट-एस्केलेटर की टेस्टिंग, टिकट काउंटर, अग्निशमन व्यवस्था, रोशनी, साइन बोर्ड और फिनिशिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को तेजी से पूरा करें, ताकि CMRS निरीक्षण से पहले सब कुछ तय समय पर तैयार हो जाए। प्रबंध संचालक ने सभी अधिकारियों, ठेकेदारों और सिस्टम टीमों को आपसी समन्वय से काम करने के निर्देश दिए, ताकि मेट्रो संचालन में कोई रुकावट न आए। निरीक्षण में MPMRCL के वरिष्ठ अधिकारी, ठेकेदार और कंसल्टेंट के प्रतिनिधि मौजूद रहे।यह निरीक्षण भोपाल मेट्रो को जल्द शुरू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जो शहर की यातायात व्यवस्था को मजबूत करेगा।
बता दें सरकार ने अक्टूबर 2025 में भोपाल मेट्रो के कमर्शियल रन की समयसीमा तय की है। हालांकि अब अक्टूबर माह समाप्त होने में कुछ ही दिनों का समय है। इसमें सीएमआरएस का निरीक्षण और उसके बाद भोपाल मेट्रो के उदघाटन की तैयारियों में समय लग सकता है। ऐसे में आशंका है कि अक्टूबर की समयसीमा आगे बढ़ सकती हैं। बताया जा रहा है कि सीएमआरएस 27 अक्टूबर के बाद निरीक्षण करने आ सकते हैं।
क्या है एक्सपर्ट की राय
राज्य प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी वीके चतुर्वेदी का कहना है कि मेट्रों में अभी काफी काम होना नजर आ रहा है। स्टेशन की एंट्री एग्जिट से लेकर रेलवे स्टेशन, एस से स्टेशन जोडऩे के लिए रैंप, स्काईवॉक का काम बाकी है। ऐसे में जल्दबाजी न करें। काम पूरा करें। चाहे तो नए साल में इसे आमजन के साथ चलाएं।
इधर, मेट्रो रेल एमडी एस चैतन्य कृष्णा का कहना है कि प्रायोरिटी कॉरीडोर को काम हमारा हो चुका है। कई स्तर पर इसका परीक्षण भी हो गया। सीएमआरएस निरीक्षण का एक भाग भी हो चुका है। एनओसी मिलने के बाद संचालन के लिए तैयारी पूरी है।
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