चौधरी ब्रह्म प्रकाश का दूरदर्शी नेतृत्व और अमिट विरासत आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करती रहेगी” — माननीय अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता

- दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री की 107वीं जयंती पर माननीय विधान सभा अध्यक्ष ने दिल्ली सरकार के मंत्रियों सहित अर्पित किए पुष्पांजलि श्रद्धासुमन
नई दिल्ली, 16 जून 2025 , दिल्ली विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता ने आज कहा कि “चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी का दूरदर्शी नेतृत्व और उनकी अमर विरासत सदैव प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।” उन्होंने यह वक्तव्य दिल्ली विधानसभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी की 107वीं जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दिया।
इस अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में माननीय अध्यक्ष श्री गुप्ता के अलावा उपाध्यक्ष श्री मोहन सिंह बिष्ट; लोक निर्माण एवं विधायी कार्य मंत्री श्री परवेश साहिब सिंह; समाज कल्याण, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण, सहकारिता एवं निर्वाचन मंत्री श्री इन्द्राज सिंह; नगर निगम के उपमहापौर श्री जय भगवान यादव तथा मुख्य सचेतक श्री अभय वर्मा भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी के जीवन से जुड़ी दुर्लभ और ऐतिहासिक झलकियों की एक विशेष फोटो प्रदर्शनी भी विधानसभा परिसर में लगाई गई।
अपने संबोधन में माननीय अध्यक्ष श्री विजेंद्र गुप्ता ने चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि “15 मार्च 1997 को तत्कालीन नेता स्व. श्री साहिब सिंह वर्मा द्वारा दिल्ली विधानसभा परिसर में चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी की प्रतिमा की स्थापना की गई थी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी भी उपस्थित थे।” उन्होंने बताया कि स्व. साहिब सिंह वर्मा स्वयं चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी से गहराई से प्रभावित थे और उन्हें अपना राजनीतिक मार्गदर्शक मानते थे।
श्री गुप्ता ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि विगत वर्षों में चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी जैसे महान नेता को वैसा सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। उन्होंने बताया कि मात्र 32 वर्ष की आयु में वे वर्ष 1952 में दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री बने और बाद में चार बार संसद सदस्य के रूप में चुने गए—जो उनकी जनप्रियता को दर्शाता है।
उपाध्यक्ष श्री मोहन सिंह बिष्ट ने चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी को एक आदर्श जननेता बताया और कहा कि “ऐसे महापुरुष सदैव जीवित रहते हैं। हमें उनकी विरासत को संरक्षित रखना चाहिए।”
लोक निर्माण एवं विधायी कार्य मंत्री श्री परवेश साहिब सिंह ने कहा कि चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी ने संसद में सदर और बाहरी दिल्ली क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया और बाद में चौधरी चरण सिंह के साथ भी कार्य किया। उन्होंने यह भी स्मरण किया कि उनके पिता स्व. साहिब सिंह वर्मा ने वर्ष 1997 में चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी का चित्र विधानसभा में स्थापित किया था।
समाज कल्याण मंत्री श्री इन्द्राज सिंह ने चौधरी ब्रह्म प्रकाश जी के आजीवन समर्पण को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा वंचितों और कमजोर वर्गों के हित में कार्य किया और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी—जो आज भी उतना ही प्रासंगिक है।
मुख्य सचेतक श्री अभय वर्मा ने कहा कि “जिन विभूतियों ने दिल्ली की लोकतांत्रिक पहचान को गढ़ा है, उन्हें याद रखना और उनकी स्मृति को जीवंत रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।”
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