पंजाब की सियासत में भूचाल: अकाली दल में दोफाड़, अकाल तख्त कमेटी ने नया प्रधान चुना

Aug 11, 2025 - 10:44
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पंजाब की सियासत में भूचाल: अकाली दल में दोफाड़, अकाल तख्त कमेटी ने नया प्रधान चुना

अमृतसर

पंजाब की पंथक राजनीति में आज बड़ा बदलाव हुआ। श्री अकाल तख्त की गठित शिरोमणि अकाली दल (SAD) दोफाड़ हो गई है। अकाल तख्त की भर्ती कमेटी ने नई पंथक पार्टी का गठन किया है, जिसका लीडर पूर्व जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को बनाया गया है।

वहीं, बीबी सतवंत कौर को पंथक कमेटी का चेयरपर्सन घोषित किया गया है। 5 मेंबरी कमेटी ने एक पंथक और दूसरा सियासी धड़ा बनाया है। सियासी पार्टी को प्रधान ज्ञानी हरप्रीत सिंह संभालेंगे। वहीं, बीबी सतवंत कौर पंथक कमेटी को संभालेंगी। दोनों अलग-अलग काम करेंगे।

ये धड़े सुखबीर बादल की सियासी पार्टी शिरोमणि अकाली दल और पंथक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (SGPC) के समानांतर काम करेंगे।

अकाल तख्त ने बागी गुट के साथ मिलकर बुर्ज अकाली बाबा फूला सिंह गुरुद्वारे में पंथक इकट्ठे किए थे, जिसमें सदस्यता अभियान पूरा होने के बाद नए प्रधान की घोषणा की गई।

सूत्रों के अनुसार, नई पार्टी की कमान ज्ञानी हरप्रीत सिंह के हाथ में जाने से सुखबीर बादल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

नई पार्टी SAD के संविधान को अपनाकर चुनाव आयोग के सामने खुद को असली अकाली दल के रूप में प्रस्तुत करेगी, जिससे सुखबीर बादल के नेतृत्व वाली पार्टी को सीधी चुनौती मिलेगी। हालांकि, अकाली दल (बादल) का कहना है कि धर्म को जोड़ना संविधान के खिलाफ होगा और इससे उनकी मान्यता खतरे में पड़ सकती है।

क्यों हुआ अलग पंथक पार्टी का गठन डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को 9 साल पहले माफी देने समेत बेअदबी पर कार्रवाई न करने को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब ने दिसंबर 2024 में अकाली प्रमुख सुखबीर बादल को तनखैया घोषित किया था। इसके बाद अकाल तख्त साहिब ने नए सिरे से डेलिगेट बनाकर प्रधान चुनने के आदेश दिए थे।

सभी ग्रुपों को इकट्‌ठे होकर काम करने के लिए कहा था। इसके लिए अकाल तख्त साहिब ने 7 मेंबरी कमेटी बनाई। इनमें से दो मेंबरों ने इस्तीफा दे दिया। वहीं, 5 मेंबरों ने नए दल का गठन कर दिया।

दूसरे पक्ष में कैसे गए चंदूमाजरा इस पूरे मामले के बाद जब प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा की अगुआई में नेता चंडीगढ़ अकाली दफ्तर पहुंचे थे, तो उन्हें मीटिंग नहीं करने दी गई थी। चंदूमाजरा इससे नाराज हुए और इसके बाद दोनों पक्ष अलग-अलग हो गए।

पक्ष और विपक्ष में कौन-कौन सुखबीर बादल के पक्ष में अकाली दल में एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी, किरपाल सिंह बंडूगर, गोबिंद सिंह लोगोंवाल, दलजीत सिंह चीमा जैसे नाम शामिल हैं। जबकि, दूसरे पक्ष में ज्ञानी हरप्रीत सिंह, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, मनप्रीत सिंह अयाली, जागीर कौर जैसे नेता हैं।

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